अबार्शन
अबार्शन
अबार्शन है एक दर्दनाक हादसा
जो दर्द के सिवा कुछ नही देता
मन के धरातल को छ्ल्ली करे इतना
कि टूट टूट कर पिघले मोम की तरह
मातृत्व के टूट कर बिखरते ममत्व
कोख की चित्कार मे डूबे आँशु
संयम इतना भरा उस ध्रुवनंदा मे
धरा के बोझ सा सब कुछ सह लेने कि
कठोरता भरी उस आत्मा मे
बड़ी गजब थी उस धरती पर उसकी छवि
जिसे औरत कहा जाता है
उसकी आत्मशक्ति और मनोबल को
सत सत नमन करते हैं