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Rajit ram Ranjan

Romance

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Rajit ram Ranjan

Romance

आवारा हूँ मैं...!

आवारा हूँ मैं...!

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आवारा हूँ मैं

एक टूटा हुआ

तारा हूँ मैं

बिखरा हूँ

पर खुद का सहारा हूँ मैं !


इश्क़ के दरिया का, 

किनारा हूँ मैं 

सच कहूँ तो, 

एक आवारा हूँ मैं !


बंजर जमीं के लिये, 

बारिश का फुहारा हूँ मैं 

उसके देर होने का, 

वक़्त सारा हूँ मैं !


चढ़ती हुई जवानी का, 

मदहोश नजारा हूँ मैं 

दिल से कहूँ तो, 

एक नंबर का नकारा हूँ मैं !


आवारा हूँ मैं....!



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