आशा का दीप
आशा का दीप
आशा का दीपक ह्रदय में जलाओ,
मन मे उमंगे उठे मुस्कराओ ।
जीवन के पथ पर चलो साथ मिल,
एक दूजे के तुम काम आओ।।
आशा मे मां बाप सन्तान पाले है,
आशा ही हमको बढाती है आगे।
आशा निराशा मे भी सुख है लाती,
आशा सकल विघ्न भय को मिटाती।।
मानव के दुख रोग सब है नसाती,
आशा ही सौभाग्य सुख को बढाती।
हर उर मे आशा का दीपक जलाएं,
निराशा को मिल आओ हम सब भगाएं ।।
उन्नति सृजन धैर्य सब है अधूरे,
आशा बिना हो सपने न पूरे।
आशा से जीवन मे आए उजाला,
न हो दूर मुंह से किसी का निवाला।।