Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Anjali Srivastav

Abstract

3  

Anjali Srivastav

Abstract

आसान नही होता

आसान नही होता

1 min
442


आसान नही होता एक औरत होना

लबों से मुस्काकर,फिर छिपकर रोना

बचपन से लेकर बढ़ती उम्र तक 

हर पल डर कर सहम कर जीना


दुत्कार, उलाहनों को पल- पल 

मुस्कान बिखेर कर सीना

करनी पड़ती है उन्हें अपनी

अधिकारों की बातें


कूद कर आग में उगलनी

पड़ती है अपनी जज्बातें

जो कूद पड़ी हक़ के आंदोलन में

उनपर हर सितम ढाया गया


मीरा सी उन्हें विषपान कराया गया

कइयों का तो नामोनिशान

ही मिटाया गया

कहकर कुल्टा, पिशाचनी का

नाम भी बखूबी दर्ज कराया गया

हाँ साहब ! 

आसान नही होता एक औरत होना।


चाहे हो कितनी भी पढ़ी- लिखी

फिर भी दहेज जैसे कुप्रथा में

भागीदारी बनाई जाती है

बेटी है ऐसा उसपर अभिशाप

का मुहर लगवाई जाती है


सब कुछ होने के बाद भी उससे

हर बार ही अग्निपरीक्षा दिलवायी जाती है

चेहरे पर मुस्कुराहट

बनाये रखना उसे पड़ता है

खुद बीमार पर...


दूसरों का ख्याल उसे ही रखना पड़ता है

फिर भी औरत कमजोर है

ऐसा सदियों से ही कहा जाता है

आज भी खुशियो का बखूबी

घोटा गला उसका ही जाता है


हाँ साहब !

आसान नहीं होता एक औरत होना

लबों से मुस्कुराकर फिर छिपकर रोना।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract