आपका अस्त्र क्या होगा ?
आपका अस्त्र क्या होगा ?
इस जटिल परिस्थिति में आपका अस्त्र क्या होगा ...?
सोचें !
आज जब सम्पूर्ण विश्व इस
अदृश्य शक्ति से जूझ रहा है,
इस जटिल परिस्थिति में आपका
अस्त्र क्या होगा ?
संयम या असंयम ?
अरबों राहत कोषों के बाद भी
जहाँ शक्तिशाली देशों ने भी
अपना साहस है खोया,
व्याकुलता और बेचैनी को
चाहकर भी रोक न पाए।
ऐसे में क्या हमें अभी भी
इस मिट्टी की शक्ति का एहसास नहीं है !
इसने तो हर संकट का सामना करना,
हमें सिखाया।
कुछ लड़ाइयाँ शक्ति से नहीं,
बुद्धि से जीती जाती हैं।
शोर मचाने से क्या होगा.... हासिल ..?
स्थिति बेक़ाबू हो जाती है !
विकट परिस्थितियों में
अक्सर धैर्य ही शक्ति बढ़ाता है।
क्यों न आज,
दूर रहकर भी, संयम से साथ निभाए।
आओ ,
आरोप -प्रत्यारोप की मानसिकता को छोड़ !
इस अंधकार में विश्वास का जुगनू बन जाएँ ,
धैर्य और संयम का पाठ अब,
विश्व को भी सिखाए।
