हे कविता ! तुम हो शब्द ब्रह्म अर्थों के परम अर्थ जिसका आश्रय पाकर वाणी होती ना व्यर्थ। हे कविता ! तुम हो शब्द ब्रह्म अर्थों के परम अर्थ जिसका आश्रय पाकर वाणी होत...
ऐसे में क्या हमें अभी भी इस मिट्टी की शक्ति का एहसास नहीं है ऐसे में क्या हमें अभी भी इस मिट्टी की शक्ति का एहसास नहीं है
सनातनी संहिताओं को टटोलो राज है इसमें गड़ा हुआ। सनातनी संहिताओं को टटोलो राज है इसमें गड़ा हुआ।
लिंग जाति मजहब के भेद बिन , सबको सम अधिकार मिले । लिंग जाति मजहब के भेद बिन , सबको सम अधिकार मिले ।
सुनो द्रौपदी, तुम्हें ही अब बनना होगा सशक्त, तुम्हें ही उठाने होंगे अस्त्र क्यूंकि नहीं आएगा को... सुनो द्रौपदी, तुम्हें ही अब बनना होगा सशक्त, तुम्हें ही उठाने होंगे अस्त्र क...
क्या ऐसे ही पैदा हुए थे या, हमने ऐसा बना डाला? मर्द को दर्द नहीं होता, कह संवेदना क क्या ऐसे ही पैदा हुए थे या, हमने ऐसा बना डाला? मर्द को दर्द नहीं होता, ...