STORYMIRROR

मोहन सिंह मानुष

Tragedy

2  

मोहन सिंह मानुष

Tragedy

आओ ताली बजाते हैं!

आओ ताली बजाते हैं!

1 min
153

आओ थाली बजाते हैं!

गरीबी का मुंह दिखाने वाली,


बेरोजगारी के लिए

आओ ताली बजाते हैं !


देश की कमर तोड़ने वाली

मरी हुई अर्थव्यवस्था के लिए,

आओ थाली बजाते हैं !


झूठ को सच बनाने वाली

दलाल मीडिया के लिए

आओ ताली बजाते हैं !


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy