आओ कूल बने
आओ कूल बने
सुविचारों का जमाना चला गया , आओ गाली - गाली खेले
आदर्शों का पालन करना मत , आओ चोर - मवाली खेले
रिश्ते विशते खत्म करने का हम एक मूल बने
आओ चलो मिलकर हम सब थोड़ा कूल बने
मात - पिता की अब हम इज़्ज़त नहीं करेंगे
दादा जी की डांट से अब हम बिल्कुल भी नहीं डरेंगे
चलो अपने मम्मी - पापा की आज हम भूल बने
आओ चलो मिलकर हम सब कूल बने
रोज़ नई रँगरेली मनाएंगे , किसी के साथ भी दिल जोड़ लेंगे
एक - दो दिन करेंगे टाइम पास फिर सामने वाले का दिल तोड़ देंगे
आज के जमाने में हम धरती माता पर बोझ बने
आओ चलो मिलकर हम सब कूल बने
विद्या के मंदिर विद्यालय में आशिक़ी अपनी दिखाएंगे
जिनकी नहीं होगी बन्दी , अनुकूल कह उन्हें चिड़ाएंगे
अब हम सब मिलकर काटो से भरा हुआ फूल बने
आओ चलो मिलकर हम सब थोड़ा कूल बने
मंदिर में नहीं जाएंगे , मदिरालय हमारी राह निहारे
शर्ट के बटन खोलकर घूमो , गुंडे लोग हमें पुकारे
भगवान के बारे में हमें कुछ पता नहीं पर स्टेटस हम लगाएंगे
बहुत ही ज्यादा धार्मिक है हम , ऐसा दुनिया को जताएंगे
अपनी संस्कृति को गाली दे और विदेशी संस्कृति अपनाए
भारत की भाषा मत बोलो , विदेशी के हम वचन सुनाए
आओ खुदगर्जी का झूला जरा झूल चले
आओ मिलकर हम सब थोड़ा कूल बने