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Pratibha Bilgi

Abstract

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Pratibha Bilgi

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आँसू

आँसू

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आँसू ही दिए लोगों ने हमेशा

और क्या दिया जिंदगी में मेरे


खुशी के पल - दो - पल भी ऐ दोस्त

ना देखे गये दुश्मनों से मेरे


उन आँसुओं का वास्ता जो बहे

अरमानों का लहू बनकर आँखों से मेरे


कभी ना खुश रह पायेंगे वो

जिन्होंने किये सितम दिल पर मेरे



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