बस तुम्हारा साथ चाहती हूँ
बस तुम्हारा साथ चाहती हूँ
ज़िन्दगी के सफ़र में,
मुश्किलों के वक़्त में,
किसी का साथ चाहिए,
वो हाथ और वो साथ,
बस तुम्हारा ही चाहिए।
दिल को हमारे,
जब से आपको सौप दिया,
बस आपके सीवा,
ना दुसरा कोई आ सका,
और ना कोई आ सकेगा।
कभी सुबह याद करती हूँँ,
तो कभी शाम को इंतजार करती हूँ,
हर वक्त हर गडी बस,
तुम्हारा नाम लेती हूँ,
बस तुम्हारा ही साथ चाहती हूँ।
