STORYMIRROR

Kavi Rp

Romance

4  

Kavi Rp

Romance

"आना है मुझको"

"आना है मुझको"

1 min
339


कहीं भी जाऊँ मैं लौटकर वापस,

पास तुम्हारे ही आना है मुझको,


दे दूं मैं अपना सब कुछ चाहे जो भी हो कीमत,

बस तुझको ही पाना है मुझको,


तुझे चाहना खता हैं तो, हो हजारों दफ़ा,

फिर भी बाज न आना है मुझको,


मंजिलों में भी हासिल ना हो तुम अगर,

तुझ तक जाए वो राह ढूंढना है मुझको।


सिर्फ ख़्वाबों में मिलने का वादा ना करो,

मेरी ख्वाहिश, तुझसे रूबरू होना है मुझको।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance