आजादी के दीवानों को श्रद्धांजल
आजादी के दीवानों को श्रद्धांजल


आजादी के आंदोलन में जब गांधी ने आह्वान किया।
पूरे भारत की जनता ने, था उसको स्वीकार किया।।
हर प्रांत, जाति और धर्म ने मिलकर, अंग्रेजों पर वार किया।
पालीवाल जाति ने भी अपना तन-मन-धन था वार दिया।।
पाली-जैसाणा के तप-त्याग ने जाति इतिहास बनाया था।
स्वाभिमान से जीने की चाह ने हमको फौलाद बनाया था ।
आजादी के आंदोलन में सत्याग्रह होते रहे।
कैसे चुप रहते, पालीवाल जुड़ते रहे।। आजादी का रंग चढ़ा कि,
अपना सब न्यौछार किया ।
अपने वीर सपूतों ने भी
जाति पर उपकार किया ।
उन वीर सपूतों का, करते हैं कोटि-कोटि अभिनंदन ।
याद करें वीर सपूतों को,
यही होगा उनको श्रद्धा-सुमन ।।
आजादी के आंदोलन में जब था,
गांधी ने आह्वान किया।
पालीवालों के वीर सपूतों ने, अपना था बलिदान दिया ।।
इन वीर सपूतों की यादें,
जब-जब हमको आती हैं।
इनके तप त्याग को याद कर आंखें भर आती हैं।।
कहे ऋषिदत्त, वीर सपूतों का,
हम करें बारंबार वंदन।
धन्य हैं,
इनके मात-पिता, हम करते हैं उनका अभिनंदन ।