None वरिष्ठ निजी सहायक
तब तब बनते रोड़ा है। भला गैरों ने कब रिश्तो को जोड़ा है। तब तब बनते रोड़ा है। भला गैरों ने कब रिश्तो को जोड़ा है।
महक उठे सारी दिशा, खिले प्रेम के फूल।। महक उठे सारी दिशा, खिले प्रेम के फूल।।
कहे ऋषि ये इंसा तेरे मुंह पे तेरे हैं, वो मेरे मुंह पे मेरे हैं। कहे ऋषि ये इंसा तेरे मुंह पे तेरे हैं, वो मेरे मुंह पे मेरे हैं।
रिश्ते अब सस्ते हो गये, पल में बन गये, पल में बिखरे। रिश्ते अब सस्ते हो गये, पल में बन गये, पल में बिखरे।
रिश्ते है, रिश्तों का क्या, रिश्तों में सिमटा है संसार। रिश्ते है, रिश्तों का क्या, रिश्तों में सिमटा है संसार।
आहिस्ता चल जिंदगी , अभी कई क़र्ज़ चुकाना बाकी है । आहिस्ता चल जिंदगी , अभी कई क़र्ज़ चुकाना बाकी है ।
अंधेरे में दीपक जलाना पड़ता है बाहर से आकर। अंधेरे में दीपक जलाना पड़ता है बाहर से आकर।
याद करें वीर सपूतों को, यही होगा उनको श्रद्धा-सुमन । याद करें वीर सपूतों को, यही होगा उनको श्रद्धा-सुमन ।
तो पिता के सम्मान में लिखता हूँ कि- सबको पिता के शब्द का अर्थ पता है। तो पिता के सम्मान में लिखता हूँ कि- सबको पिता के शब्द का अर्थ पता है।
वक्त भी बड़ा अजीब है..... वक्त किसी का खास नहीं, वक्त किसी के पास नहीं। वक्त भी बड़ा अजीब है..... वक्त किसी का खास नहीं, वक्त किसी के पास नहीं।