आहिस्ता आहिस्ता
आहिस्ता आहिस्ता
बनता है कली से गुल आहिस्ता आहिस्ता
तू कर मुझे ऐसे क़बूल आहिस्ता आहिस्ता
चलता है फ़लक में बादल आहिस्ता आहिस्ता
तू थाम ऐसे मेरा आँचल आहिस्ता आहिस्ता
तैरती है सागर में नाव आहिस्ता आहिस्ता
तू पुकार ऐसे मेरा नाम आहिस्ता आहिस्ता
दिखता है आसमान में चाँद आहिस्ता आहिस्ता
तू कर मेरे हुस्न का दीदार आहिस्ता आहिस्ता।

