आगे बढ़ते जाना है
आगे बढ़ते जाना है
मन में जीत के विश्वास की
अलख जगाकर
थोड़ा-थोड़ा करके
आगे बढ़ते जाना है,
जिंदगी को जिंदगी की
सीख देकर
आगे बढ़ते जाना है।
आलोचनाओं का डर क्यों
उन्हें स्वीकार कर
आगे बढ़ते जाना है,
एक हार से जीवन की हार नहीं
यह दुनिया को दिखाकर
आगे बढ़ते जाना है।
कल जो हुआ
आज उसे भूलकर
आगे बढ़ते जाना है,
जिंदगी को जिंदगी की तलब देकर
अनजाने रास्तों पर भी
आगे बढ़ते जाना है।
तूफानों के शोर में
खुद पर भरोसा कर
आगे बढ़ते जाना है,
काँटों की चाह नहीं रखता कोई
फिर भी मंजिल के लिए
आगे बढ़ते जाना है।
बदकिस्मती जिंदगी की उड़ान को
कितना भी रोके
पर उदासियों से परे
आगे बढ़ते जाना है,
किस्मत तो मन का भ्रम है
जीत के लिए कर्म पथ पर
आगे बढ़ते जाना है।
यहाँ परिस्थितियों से जंग
हर पग बदलती है
इस डर से दूर कहीं
आगे बढ़ते जाना है,
लड़ने का जज्बात लिए
हर हाल में
आगे बढ़ते जाना है।
हार जीत की उलझन से दूर कहीं
कर्म पथ पर
आगे बढ़ते जाना है,
आत्मविश्वास की अलख जगा कर
खुद के सपनों की खातिर
आगे बढ़ते जाना है।
जिंदगी जीने का हुनर अपना
दुनिया से अलग दिखना है,
हम भी कर सकते हैं का हौसला लेकर
आगे बढ़ते जाना है।