आधुनिक नारी चित्रण
आधुनिक नारी चित्रण
कम्प्यूटरीकरण का ये युग
नारी का आधुनिक चित्रण
बदले ज़माने में बदलते
नारी शक्ति के अब पर्याय
पुराने हैं कार्य और शैली
बस नए शब्द हैं ग्रहण
नए नए मशवरे नयी राय
परिवार की जैसे नींव
कभी रीढ़ की हड्डी
अब है "ऑपरेटिंग सिस्टम"
बिन नारी घर जाता थम
घर बाहर रिश्ते नातों का
बैठाती सामंजस्य तालमेल
कहलाती है "कम्पैटिबल "
एक से अधिक कार्यों में
रहती वो संलिप्त संलग्न
हुनर नारी का "मल्टीटास्किंग"
धर्म देश राजनीति या विज्ञान
दिमागी विकास करती क्रमिक
स्वभाव नारी का "डायनामिक"
छोटों को हरसंभव सहयोग
बड़ों को देना उचित सम्मान
"प्रायोरिटी स्केडुलिंग" का ज्ञान
खिलौनों की खींचतान हो
या हो कोई सम्पति विवाद
"डेडलॉक मैनेजमेंट" उपाय
समय नहीं करती बर्बाद
याददश्त में पीछे छोड़ दें
बड़े से बड़ा डेटाबेस
सहेजती है छोटी सुई हो
या हों तारीखें अनेक
अनगिनत कामों में रत
"ओवरलोडिंग" अनवरत
मान मर्यादा का रखती ध्यान
"सेफ सिक्योर" रहस्य जान
झूठ सच का जाने अंतर
रवैये का "स्कैन" तदन्तर
रुके थमे न बिगड़ती कभी
"फ़ास्ट स्पीड एक्यूरेसी" निरन्तर
बीमार भी तो परिवार में
"डिपेंडेंसी" नारी पर सभी
इस आधुनिक युग में
नहीं कर रही "राशि" यहाँ
किसी मशीन का वर्णन किन्तु
सदियों से मशीन ही मानी गई
प्रस्तुत है आधुनिक नारी की
अत्याधुनिक सराहना और चित्रण।