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Madhu Vashishta

Action Classics Inspirational

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Madhu Vashishta

Action Classics Inspirational

6) पेंटिंग बाय बर्थ मोरिसोर्ट3

6) पेंटिंग बाय बर्थ मोरिसोर्ट3

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मां का प्यारा अभी सो रहा है।

सुंदर से सपनों में खो रहा है।

सामने है मां तो निश्चिंत नींद है।

मा से ही उस प्यारे को सारी उम्मीद है।


वह बोले ना बोले, मां सब समझती है।

उसकी जरूरतों को पूरी वह करती है।

फरिश्ते सी मां बस बच्चों को सोते ही देखती है।

जाने वह खुद कब सोती है ?


सोती भी है या कि नहीं सोती है।

मैं हैरान हूं मां की ममता कैसी होती है ?

मानव हो जानवर हो या कि हो कोई चिड़िया।

मां तो सबकी एक सी ही होती है।


परमात्मा के द्वारा बच्चे को दिया गया सबसे बड़ा उपहार है माता।

फरिश्ता है माता, बच्चे के लिए प्यार है माता।

बड़े होने के बाद प्यारे बच्चे तुम भूल ना जाना।

तुम्हें भी चाहिए मां के कर्ज को चुकाना।

तुम्हें भी चाहिए अपने फर्ज को निभाना।


आज वह जगी है कल उसको सोने देना।

आज उसने तुम्हें रोने ना दिया

कल तुम उसे ना रोने देना।


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