"26जनवरी"
"26जनवरी"
यह सिर्फ कैलेंडर पर लिखा
एक तारीख नहीं
यह हर हिंदुस्तानी के लिए
अभिमान का दिन है
स्वाभिमान का दिन है
विरासत का दिन है
पहचान बचाने का दिन है
बड़ी मुश्किल से मिली है
26 जनवरी की तारीख
बड़ी लड़ाई से मिली है
बहुत बलिदान से मिली है
1929 से 2021 तक की यात्रा
91 साल के वृद्ध की यात्रा नहीं है
मातृभूमि के प्रति समर्पण यात्रा है
गौरवशाली इतिहास का
सतरंगी सपनों के उड़ान का
आज की उलझन का
कल की उम्मीद का
1929 में पूर्ण स्वराज्य की माँग से
1950 में अपना संविधान तक
कितना अंजना मोड़ आया
कितनी उलझने आयीं
देश भी टूट गया
बहुत कुछ छूट गया
लेकिन 26 नहीं छूटा
इसमे विश्वास नही टूटा
संविधान को 311 लोगों ने मिलकर बनाया
दो साल ग्यारह महीना अठारह दिन में बनाया
जब लागू करने की बारी आयी
26 जनवरी की फिर याद आयी
गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एक्ट 1935 हट गया
कॉन्स्टिट्यूशन ऑफ इंडिया 1950 डट गया
भारत से वाईस रॉय की मुक्ति हो गई
भारत मे राष्ट्रपति की नियुक्ति हो गई
मात्र छः मिनट में इतिहास बना था
सत्ता राजगोपालाचारी से निकला था
राजेन्द्र प्रसाद के गले आ मिला था
उस गौरवशाली पल को
ऐतिहासिक क्षण को
देश की गरीमा को
ओछी राजनीति के कारण
ट्रेक्टर से मत कुचलो
26 जनवरी को छोटा मत करो
राजनीति से इतिहास बनता है
इतिहास पर राजनीति नही बनता है
राजनीति व्यक्तिगत होता है
इतिहास साझा होता है
सिंदूर पोंछ विधवा विलाप उचित नहीं
किसान की आड में कमीनापन उचित नहीं ।।
अवरोध करो , विरोध करो ,पुरजोर करो
हर रोज करो , बारंबार करो, क्यों ना करो
आजादी तुम्हारी , सरकार तुम्हारी
इतना ज्ञान रहे इतना ध्यान रहे
गणतंत्र से है यह आजादी
मान करो इसका अभिमान करो इसका ।।
!! जनवरी 26 को छोटा मत करो !!
