टॉम एण्ड जेरी
टॉम एण्ड जेरी
आज मेरी नातिन माहेनो और माहेरा दोनों बहनें "टॉम एंड जेरी" देख रही थी मुझे अपने बच्चों बेटा और बेटी छोटे थे तो पकड़ -पकड़ कर अपने साथ ये कार्टून दिखाते थे...! पर दोनों बच्चों को बहला देती थी , अभी घर के बहुत से काम पड़े हैं| मैं रात में आएगा तो देखूंगी।
आज फिर वही चीज़े दोहराती सी ज़िन्दगी में नातिनें पकड़-पकड़ कर बिठाती है।अरे नानी देखो तो कितना मज़ा आता है।जब "जेरी-टॉम को परेशान करता है। दोनों की कॉमेंट्री चलती रहती है और दोनों बहनों में हौड़ सी लगी रहती है के नानी को मै पहले कहानी बताऊंगी....!
उस पर झगड़ा हो जाता है आख़िर में नानी र्मोचा संभालती है "देखो माहेनो माहेरा छोटी हे ना आपसे तो पहले मै उससे कहानी सुंनूगी माहेरा ख़ुश ताली बजाते हुए... बहन को चिढ़ाती हुई "देखा अप्पी नानी मुझसे सुनेगी टॉम एंड जेरी की कहानी....!"
अब दूसरा सीन क्रियेट अप्पी यानि बड़ी बहन माहेनो नानी से झट मुंह फूला लेती है "हाँ- हां आप तो बस उससे प्यार करती हो".. नानी बेचारी परेशान एक को बहलाया तो दूजा रुठे|आख़िर में नानी तय करती है "देखों मेरी क्यूटी बच्चियों हम अभी " टॉम और जेरी" कार्टून देख लेतें है फिर रात में आज नानी कहानी नहीं सुनाएंगी हम बारी-बारी से आप दोनों की कहानी "टॉम एंड जेरी" की कहानी सुनेगें ठीक है देखो अभी आप दोनों सुनाओगे तो ये टीवी पर शो ख़त्म हो जाएगा.".! बहरहाल मामला रफादफा हुआ आज फिर मै बच्चों के साथ बच्ची बन गई ख़ूब ज़ोर- ज़ोर से कहकहा लगाए...!
बेटी, दामाद और पति सबने आकर कहा वाह क्या नज़ारा है नानी- नवासियां मज़े से कार्टून देख रही हैं!