यहीं पर विद्यमान है फिर और कहां से लाएंगे " ? इस बात पर सभी हंस पड़े। यहीं पर विद्यमान है फिर और कहां से लाएंगे " ? इस बात पर सभी हंस पड़े।
गुप्ता जी के हाथ में पकड़े कप की चाय ठंडी पड़ चुकी थी। गुप्ता जी के हाथ में पकड़े कप की चाय ठंडी पड़ चुकी थी।
हम काफिया जड़ने में मशगूल थे कि पीछे से किसी ने हमारे बालों में फेवीकोल डाल दिया हम काफिया जड़ने में मशगूल थे कि पीछे से किसी ने हमारे बालों में फेवीकोल डाल दिया
अभियंता महोदय अपनी उसी अवस्था में रहते हुए बोले कि "आप बहुत पारखी नजर वाले हैं। अभियंता महोदय अपनी उसी अवस्था में रहते हुए बोले कि "आप बहुत पारखी नजर वाले हैं।
ये बूढ़ा कितनी बार आएगा,वो तीनों पूरी तरह डर चुके थे,स्पीड बढ़ाये जा रहे थे. ये बूढ़ा कितनी बार आएगा,वो तीनों पूरी तरह डर चुके थे,स्पीड बढ़ाये जा रहे थे.
फिर से उसे एक लड़की के ज़ोर से हंसने की आवाज़ आई। फिर से उसे एक लड़की के ज़ोर से हंसने की आवाज़ आई।
पिताजी के चेहरे पर चबाया हुआ पान बिखरा पड़ा था । पिताजी के चेहरे पर चबाया हुआ पान बिखरा पड़ा था ।
पैर क़ब्र में लटके हों तब भी दिल मचलता है इश्क वो अहसास है जो हर उम्र में झलकता है। पैर क़ब्र में लटके हों तब भी दिल मचलता है इश्क वो अहसास है जो हर उम्र में झल...
अजी, हम कहाँ खयाली पुलाव पकाते हैं । हम तो पका पकाया खाते हैं । अजी, हम कहाँ खयाली पुलाव पकाते हैं । हम तो पका पकाया खाते हैं ।
मैने हिम्मत करके पूछा "लड़ाई के अलावा और क्या करती है" ? मैने हिम्मत करके पूछा "लड़ाई के अलावा और क्या करती है" ?
जिस घड़ी वो राँझा मैदान में वाक करने आ गए थे। जिस घड़ी वो राँझा मैदान में वाक करने आ गए थे।
शुभ कार्य में बिल्ली का मरना बुरा माना जाता। शुभ कार्य में बिल्ली का मरना बुरा माना जाता।
सोना ही तो है जिसको कोई भी स्त्री कभी नहीं कहेगी कि,"मुझे तुमसे प्यार नहीं." सोना ही तो है जिसको कोई भी स्त्री कभी नहीं कहेगी कि,"मुझे तुमसे प्यार नहीं."
जिस घर में बच्चे हों तो उनकी बाल लीलाएं देखने में ही सारा वक्त गुजर जाता है। जिस घर में बच्चे हों तो उनकी बाल लीलाएं देखने में ही सारा वक्त गुजर जाता है।
आपने जो ये प्रेम की गंगा बहाई है , इसमें अब बाढ़ आ गई है, प्रभु । आपने जो ये प्रेम की गंगा बहाई है , इसमें अब बाढ़ आ गई है, प्रभु ।
अगर जूते चमचमाते हुए हैं तो समझिए कि आदमी "खानदानी" है। अगर जूते चमचमाते हुए हैं तो समझिए कि आदमी "खानदानी" है।
जाओ बोरिया सब अंदर रखवाओ।” कहते हुए वह हंस पड़ता है। जाओ बोरिया सब अंदर रखवाओ।” कहते हुए वह हंस पड़ता है।
सर्व धर्म प्रार्थना के पश्चात वे किसी हरिजन बस्ती में जाते हैं । सर्व धर्म प्रार्थना के पश्चात वे किसी हरिजन बस्ती में जाते हैं ।
प्रशांत के शर्त मान लेने के बाद, आरती मेैगी बनाने के लिए किचन की तरफ चली गई। प्रशांत के शर्त मान लेने के बाद, आरती मेैगी बनाने के लिए किचन की तरफ चली गई।
वे एक भले और ‘गऊ छाप’ इंसान के तौर पर, जाने जाते थे। वे एक भले और ‘गऊ छाप’ इंसान के तौर पर, जाने जाते थे।