लिखना मेरा शौक है।
शाम होते- होते उनकी बेटी सोनिया को भी बाउजी के बगल वाले रूम में शिफ्ट कर दिया । शाम होते- होते उनकी बेटी सोनिया को भी बाउजी के बगल वाले रूम में शिफ्ट कर दिया ।
बस हम दोनों इतना जरूर बोलते हैं की ऐसे नहीं जाना था एक बार मिल तो लेती। बस हम दोनों इतना जरूर बोलते हैं की ऐसे नहीं जाना था एक बार मिल तो लेती।
उसने पीछे मुड़कर देखा तो आँखों को विस्वास नहीं हुआ, सामने अश्विनी खड़ा था। उसने पीछे मुड़कर देखा तो आँखों को विस्वास नहीं हुआ, सामने अश्विनी खड़ा था।
जीवन रूपी नाटक की कुछ किश्तें और बढ़ गयी हैं....एक सुखद अंत की ओर। जीवन रूपी नाटक की कुछ किश्तें और बढ़ गयी हैं....एक सुखद अंत की ओर।
अपने पिता के लिए उनके मन में प्रेम, सम्मान बना रहे। अपने पिता के लिए उनके मन में प्रेम, सम्मान बना रहे।
उसकी शादी से पहले ही रवि वहाँ से ट्रांसफर होकर दूसरे शहर चला गया। उसकी शादी से पहले ही रवि वहाँ से ट्रांसफर होकर दूसरे शहर चला गया।
परंतु ईश्वर ने बीमारी देकर उनका ये शौक भी छीन लिया था। परंतु ईश्वर ने बीमारी देकर उनका ये शौक भी छीन लिया था।
नॉलेज है लेकिन बोल नहीं पाती। अपने देश में ही हूँ तो कभी जरूरत ही नहीं पड़ी बोलने की नॉलेज है लेकिन बोल नहीं पाती। अपने देश में ही हूँ तो कभी जरूरत ही नहीं पड़ी बोलने...
ठीक है दिव्या, जल्दी ही मिलने का कोई प्लान बनाते हैं। ठीक है दिव्या, जल्दी ही मिलने का कोई प्लान बनाते हैं।
"क्या ! मस्त? बिना देखे ही बोल देते हो , पागल समझा है क्या?" "क्या ! मस्त? बिना देखे ही बोल देते हो , पागल समझा है क्या?"