अमीर हमज़ा
Drama Romance
ये आईना
तुझे तेरा जवाब नहीं देगा
मेरी आँखों से पूछ
तू कितनी खूबसूरत है...!
शादी के बाद
(मुज़फ़्फ़रपुर ब...
ग़ज़ल
हास्य रस
शेर
सच्ची भक्ति यही, साखी मातारानी की बहुता गर हर कन्या को समझे, हम मातारानी रूपा। सच्ची भक्ति यही, साखी मातारानी की बहुता गर हर कन्या को समझे, हम मातारानी रूपा...
उनकी कर्म दीप्ति से तम डरा करते है। जो स्व रोशनी से, दीप जलाया करते है। उनकी कर्म दीप्ति से तम डरा करते है। जो स्व रोशनी से, दीप जलाया करते है।
कैद से छूटा एक परिंदा हो गई हूं, तिनका तिनका अंदर अंदर राख हो चुकी हूं, कैद से छूटा एक परिंदा हो गई हूं, तिनका तिनका अंदर अंदर राख हो चुकी हूं,
ना कर तू ठिठोली, तुझे पुकारे मेरी सूनी हथेली, ना कर तू ठिठोली, तुझे पुकारे मेरी सूनी हथेली,
तुम्हारे क्रोध की अग्नि को संजो कर ऊर्जावान कर उड़ जाएँगे। तुम्हारे क्रोध की अग्नि को संजो कर ऊर्जावान कर उड़ जाएँगे।
घर भर देती खुशी, सुंदर छवि मां होती, मां के दर्शन कर लो, दूर नहीं जाइये।। घर भर देती खुशी, सुंदर छवि मां होती, मां के दर्शन कर लो, दूर नहीं जाइये।।
तेरे मिलन का प्यासा हूँ सनम मैं, प्यास मेरी तू मिटा जाना, तेरे मिलन का प्यासा हूँ सनम मैं, प्यास मेरी तू मिटा जाना,
धर्म याद रखना हमेशा खुदा को खुदा की तुझे भी पनाहें मिलेंगी। धर्म याद रखना हमेशा खुदा को खुदा की तुझे भी पनाहें मिलेंगी।
तुम्हारी याद आए तो बता मैं क्या करूँ यारा तुम्हारी याद आए तो बता मैं क्या करूँ यारा
"मुरली" के दिल की धड़कन हो तुम, महसूस कराऊंगा तुम्हें सनम मैं। "मुरली" के दिल की धड़कन हो तुम, महसूस कराऊंगा तुम्हें सनम मैं।
बेपरवाह बात पर यूं ही फिर मुस्कुराते हैं। बेपरवाह बात पर यूं ही फिर मुस्कुराते हैं।
उसी तरह इन नन्ही परियों ने सभी का जीवन बदल डाला। उसी तरह इन नन्ही परियों ने सभी का जीवन बदल डाला।
पथिक हैं इस पथ के,..! चलते हैं... हम दोनों ही भटकने किसी अपने की तलाश में....। पथिक हैं इस पथ के,..! चलते हैं... हम दोनों ही भटकने किसी अपने की त...
सुनी अनसुनी सी कहानी, कुछ आहत थी कलम और पन्ने पर चीख उठी कहानी, सुनी अनसुनी सी कहानी, कुछ आहत थी कलम और पन्ने पर चीख उठी कहानी,
बड़ा ही उद्वेलित सा मेरा यह मन है भीतर चल रहा विचारों का गगन है। बड़ा ही उद्वेलित सा मेरा यह मन है भीतर चल रहा विचारों का गगन है।
की मोहे कब श्याम मिलेंगे, मैं भटकी हूं दर दर की मेरी मेरे श्याम सुनेंगे। की मोहे कब श्याम मिलेंगे, मैं भटकी हूं दर दर की मेरी मेरे श्याम सुनेंगे।
तेरा मेरे संग चलना, मानो मन की मंजिल अब पास है। तेरा मेरे संग चलना, मानो मन की मंजिल अब पास है।
बाधाओं का दरिया जरूर ही पार होगा, नर इसके लिये तू भीतर इतनी ऊंची लहर कर बाधाओं का दरिया जरूर ही पार होगा, नर इसके लिये तू भीतर इतनी ऊंची लहर कर
आपने सिखाया कैसे, जलाएं स्वाभिमान मोमबती। आपने सिखाया कैसे, जलाएं स्वाभिमान मोमबती।
लौट आ माँ कुछ वक्त उधार दे, रोक लूं में वो पल जो तुझे मुझसे ले गया था। लौट आ माँ कुछ वक्त उधार दे, रोक लूं में वो पल जो तुझे मुझसे ले गया था।