अमीर हमज़ा
Comedy
इश्क में वो जब से बीमार हो गई,
प्यार की कहानी बेशुमार हो गई ।
मैं जेल में बंद हुआ रामरहीम की तरह,
वह हनिप्रित की तरह फरार हो गई ।।
शादी के बाद
(मुज़फ़्फ़रपुर ब...
ग़ज़ल
हास्य रस
शेर
आए दिन सुनता रहता हूँ पति पत्नी का झगड़ा। आए दिन सुनता रहता हूँ पति पत्नी का झगड़ा।
क्यों यह बात किसी ने बताई नहीं और मां ने भी समझाई नहीं। क्यों यह बात किसी ने बताई नहीं और मां ने भी समझाई नहीं।
होली की मस्ती में हम तो भूले बैर। पार्टी देखो बदल रहे बन बैठे हैं गैर।। जोगीरा सा रा होली की मस्ती में हम तो भूले बैर। पार्टी देखो बदल रहे बन बैठे हैं गैर।। जो...
मेरा हाथ जा के अटका, यूँ ही हल्की होती जेब पर मेरा हाथ जा के अटका, यूँ ही हल्की होती जेब पर
असर ऐसा हुआ दावत का लालाजी हुए बेहोश एक डॉक्टर था सिरहाने जब उनको आया होश। असर ऐसा हुआ दावत का लालाजी हुए बेहोश एक डॉक्टर था सिरहाने जब उनको आया होश।
कौन कहता है, जोड़ियाँ बनती, उपरवाले के घर। कौन कहता है, जोड़ियाँ बनती, उपरवाले के घर।
साली मेरी चुलबुली है, वह मेरी जान। हर पल रखती है वही, यारों मेरा ध्यान। साली मेरी चुलबुली है, वह मेरी जान। हर पल रखती है वही, यारों मेरा ध्यान।
भोलेनाथ की भस्म है कविता और लेखक की कलम है कविता। भोलेनाथ की भस्म है कविता और लेखक की कलम है कविता।
तेरी काली - काली सूरत पे, पाउडर भी असर न करें, राख मल्ले, राख मल्ले। तेरी काली - काली सूरत पे, पाउडर भी असर न करें, राख मल्ले, राख मल्ले।
ड्रैगन की मंशा बड़ी, बीजिंग ना विध्वंस। इसीलिए वह पाक से, शुरू करेगा ध्वंस। ड्रैगन की मंशा बड़ी, बीजिंग ना विध्वंस। इसीलिए वह पाक से, शुरू करेगा ध्वंस।
खेल रही होली से सारी चाली है, होली खेलन आई घर में साली है। खेल रही होली से सारी चाली है, होली खेलन आई घर में साली है।
निंदा तो है रस माधुरी, सबकी प्यास बुझाए, ये तो वो माया, जो ना पकड़ी ना छोड़ी जाए। निंदा तो है रस माधुरी, सबकी प्यास बुझाए, ये तो वो माया, जो ना पकड़ी ना छोड़ी ...
हे मेरी सहचरी मै तो गरीब ही भला , मुझे शहंशाह नही बनना है । हे मेरी सहचरी मै तो गरीब ही भला , मुझे शहंशाह नही बनना है ।
शांत मन गुस्सा से भर जाता है पल में, बंदूकें खुद व खुद कांधे पर चढ़ जाती हैं। शांत मन गुस्सा से भर जाता है पल में, बंदूकें खुद व खुद कांधे पर चढ़ जाती हैं।
"रश्मि सिंघल" के सीधे चश्में में हो गया एक दिन बड़ा कमाल! "रश्मि सिंघल" के सीधे चश्में में हो गया एक दिन बड़ा कमाल!
पर, किसी न किसी, 'दमयंती' को छोड़कर यह, कलियुगी 'नल' भी रोज़ चला जाता है ! पर, किसी न किसी, 'दमयंती' को छोड़कर यह, कलियुगी 'नल' भी रोज़ चला जाता है !
जीजाजी हमारे किस्मत के मारे, बड़े ही खुश मिजाज सबके सहारे! जीजाजी हमारे किस्मत के मारे, बड़े ही खुश मिजाज सबके सहारे!
प्यार का जवाब प्यार से देती, जो गुस्सा दिखाए उसकी बोलती बंद कर देती, प्यार का जवाब प्यार से देती, जो गुस्सा दिखाए उसकी बोलती बंद कर देती,
और इतना सब होने के बाद भी हमारी चीटिंग बेरोक चलती है। और इतना सब होने के बाद भी हमारी चीटिंग बेरोक चलती है।
तुम हर समय रचना को संवारते रहे। जब देखो अलपक उसे निहारते रहते। तुम हर समय रचना को संवारते रहे। जब देखो अलपक उसे निहारते रहते।