विचार
विचार
मिलता है कोई तो मन में उठते हैं विचार,
दोस्ती होती है तभी जब मिलते हैं विचार।
विचार नहीं होते हरदम एक ही जैसे,
नए-नए सांचों में सदा ढलते हैं विचार।
कभी जातिवादी तो कभी होते हैं सेक्युलर,
समय के साथ दल बदलते हैं विचार।
नेता कभी कोई अपनी पार्टी को बदल दे,
तो मोम की तरह से पिघलते है विचार।
विद्रोही के हाथों में कलम थाम दी जाए,
दावानल की तरह धधकते, जलते हैं विचार।
हो जाता हैं जब सारा जमाना खिलाफ,
साये की तरह साथ में चलते हैं विचार।