माँ
माँ
माँ के पास जाते ही
बच्चा चुप हो जाता है
माँ के उस स्पर्श में
सारी खुशियाँ पाता है
माँ और बच्चे का
रिश्ता कुछ ऐसा होता है
माँ होती है बच्चे की भगवंत
बच्चों में माँ भगवंत देखती है
बच्चो के आते ही
घर में खुशियाँ आती है
माँ और बच्चे की बातों से
घर फिर चहक जाता है
माँ बनते ही औरत
एक संपूर्ण नारी बन जाती है
अपना सब कुछ देखकर
खुशियाँ आँचल में ढुूंढती है।