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Hardik Mahajan Hardik

Romance

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Hardik Mahajan Hardik

Romance

प्रेम का मधुर रस

प्रेम का मधुर रस

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प्रेम का मधुर रस,

लहराती वसुधा,

प्रीत बसन्त है।


बिखरे पतझड़,

फिर लहराये।

प्रेम के मधुर,

रस बरसाये।


खिल-खिलाते,

फूल महकाये।

खेतों में हरियाली,

लहराये।


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