.....वो योद्धा सैनिक होता है!
.....वो योद्धा सैनिक होता है!
है दूर कहीं घरवालों से,
लड़ने आतंकी चालों से।
थामे हथियार है हाथों में,
रेगिस्तान चट्टान पहाड़ों पे।
है अपना ही तो भाई वो,
अपने ही शहरों गाँवों से
जिसमें बहती है रक्तधार,
जो भरा हुआ है भावों से।
जो अपनी प्राण प्रतिज्ञा से
भारत माँ के चरणों को धोता है
है वीर साहसी बहुत महान
वो योद्धा सैनिक होता है।।
जीवित है आज, कल पता नहीं।
पर मौत से कभी वो डरा नहीं।
कर्तव्य से पीछे हटा नहीं,
जाड़े-बरसात में डँटा वहीं।
केवल मात्र भारतवासी है
हिन्दू-मुस्लिम में बंटा नहीं।
जिसके दिन रात जगे रहने से
हर हिंदुस्तानी चैन से सोता है।
है वीर साहसी बहुत महान
वो योद्धा सैनिक होता है।।
सुन ले गौर से पाकिस्तान,
है दिल्ली से संकेत की देर।
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कश्मीर तो भूल भी जाएगा,
तेरा इस्लामाबाद ही ढह जाएगा।
बंद कर दे आतंकी गतिविधियाँ,
वरना दुनिया के नक्शे से मिट जाएगा।
जिसके हुँकार मात्र भरने से
दुश्मन सुध-बुध खोता है।
है वीर साहसी बहुत महान
वो योद्धा सैनिक होता है।।
जब बॉर्डर पर वो जाता है,
घरवालों को याद रुलाती है।
है लौट नही पाता हर बार,
कभी बस ख़बर ही उसकी आती है।
गर्व से शीश है उठता बाप का,
पर माँ की आँखें नम हो जाती है
और उसकी विवाहिता बेचारी
बेसुध-सी पड़ जाती है।
जिस लाल के अपने शहादत पर
हृदय भारत माँ का रोता है।
है वीर साहसी बहुत महान
वो योद्धा सैनिक होता है।।