शारीरिक शिक्षा
शारीरिक शिक्षा
शरीर और मस्तिष्क को,
जो रखती हैं स्वस्थ।
हो ज्ञान, सीख, क्रियाएँ,
या गतिविधियाँ समस्त।।
शारीरिक शिक्षा कहलाती है।
हम सबको स्वस्थ बनाती है।।
बच्चों में शारीरिक, मानसिक,
हो नैतिक मूल्य विकास।
बनें सामाजिक, अनुशासित
ऐसा करें प्रयास।।
शारीरिक अंगो के सुधार हेतु,
योग प्राणायाम।
अंगों की कमजोरी दूर करे,
पी० टी० और व्यायाम।।
खेलकूद में क्रिकेट, बैडमिन्टन,
फुटबाल और तैराकी।
टेबिल-टेनिस, नाव चलाना,
लम्बीकूद और हॉकी।।
कुश्ती, जूडो और कराटे,
बॉक्सिंग तलवारबाजी।
आत्मरक्षा के खेल कहलाते,
बच्चों! तीरंदाजी।।
चलना, दौड़ना, उछल-कूदना,
नित्य सीढियाँ चढ़ना।
शरीर स्वस्थ बनाते हैं,
ऐसे खेल खेलना।।
फुर्तीला काया को बनाये,
लेजिम, डम्बल, नृत्य।
करो ताल, जिम्नास्टिक बच्चों,
या सीखो लोकनृत्य।।
पैदल चलकर सैर है करना,
या हो कैम्प लगाना।
मनोरंजन के खेल कहलाते,
नदी में मछली पकड़ना।।
