एक सच्ची देशभक्त मां की लोरी
एक सच्ची देशभक्त मां की लोरी
एक मां का लोरी (आज के देश सपना)
अपने बच्चे के खून में डालना चाहती हैं।
अच्छी-अच्छी नींदे सो, मीठे मीठे सपने में खो।
सपना देखो उस भारत का, विकास रहे जन जन का।
ऊंचे ऊंचे ख्वाबों को बुन, विकसित बने तेरा भारत ऐसा गुण।
प्यार बहेसदभाव रहे, नफरत का ना बीज पले,
देश की धरती उपजे धन, अपने कर्तव्य से चढ़े सब मन
अच्छी अच्छी नींद सो......
भूखा रहे ना कोई जन, हर हाथ काम हरमन प्रसन्न
ऐसा करना ओ मेरे लाल तू अभी से कमर कस
विकसित कर ले अपने सब गुण क्योंकि
गंगा का देवत्व तेरी हर रग-रग।
हूँ इस धरा का लाल है।
इसे ना भूलना दुश्मन को ना बक्शना,
चाहे खून का कतरा कतरा करना पड़े अर्पण।
अभी तो अच्छी अच्छी नींद सो मीठे-मीठे सपनों में
खो फिर करना है तुझको काम मन को अभी से कर तैयार।
