शक्ति
शक्ति
शक्ति का अवतार है देवी,
माता उनको सभी कहते।
दुर्गा, काली, गौरी, चण्डी,
अनेक नामों से उन्हें पुकारते।।
शिव की शक्ति बनकर माँ ने,
उनका साथ सदा निभाया।
इसी कारण शिव शंकर का,
नाम अर्धनारीश्वर कहलाया।।
दुष्टों का किया संहार माँ ने,
जब-जब धरती पर अधर्म बढ़ा।
इसी कारण समस्त संसार में,
देवी माँ की कीर्ति का सूर्य चढ़ा।।
भक्तों के हृदयों में सदैव ही,
माँ भगवती हैं निवास करती।
संकट में जब पुकारता कोई,
माँ सदा ही उसका कष्ट हरती।।