औरत द्वारा ही सदियों से जलती आई है औरत। औरत द्वारा ही सदियों से जलती आई है औरत।
औरत की इज़्ज़त है लुटती बीच भरे बाज़ार खड़ी भीड़ तमाशा देखती होकर के लाचार । औरत की इज़्ज़त है लुटती बीच भरे बाज़ार खड़ी भीड़ तमाशा देखती होकर के लाचार ।
जब भी कोई दुष्कर्म करे तो मुझको ग़लत बताते हो, क्या सिर्फ लिबास ही दिखता है, मां, बहन जब भी कोई दुष्कर्म करे तो मुझको ग़लत बताते हो, क्या सिर्फ लिबास ही दिखता है...
दुःख सदा अपनों के हरती चंडी बन संहार दुष्टों का करती। दुःख सदा अपनों के हरती चंडी बन संहार दुष्टों का करती।
शक्ति का अवतार है देवी, माता उनको सभी कहते। शक्ति का अवतार है देवी, माता उनको सभी कहते।
चंद कवि की तुकबंदी वीरों को कितनी प्यारी है। चंद कवि की तुकबंदी वीरों को कितनी प्यारी है।