ये टूटेगा नहीं
ये टूटेगा नहीं
है दम अगर तो तोड़ लो, ये गंध का रस घोल लो
बदनाम करके देख लो, अपमान करके देख लो
ना टूटा है ना टूटेगा, ये अयोध्या में खुलकर बोलेगा
तुम साम, दाम लपेट लो, इस एक को तुम घोट लो
ये खुद सहेगा, खुद सुनेगा पर देश पर जो आँच आई
तांडव करेगा, तांडव करेगा ये आर्य सच्चा वीर है
ये मात का सपूत है, उम्मीद का सरूर है
सारे के सारे हुजूम लगाकर घेर लो,
इसपे भोक लो गंदी राजनीति थोप लो ...
पर ये तो शेर है जंगल, इसे कहा पड़ी सियारों की,
इसका ध्यान है बस लक्ष्य पर, इसे कहाँ पड़ी गलियारों की,
ये ना टूटेगा पर तोड़ेगा, जो उठाई आंख मेरे देश पे
ये घुस के घर में फोड़ेगा...तुम अपना उसको साथ दो,
विश्वास दो सौगात दो, है मातृभूमि से प्यार तो
इस बार कमल का साथ दो...जो खुशबू से महकायेगा,
संसार पटल पर भारतीय का डंका बजायेगा।।
विश्वास दो ये विश्व विजेता देगा।।