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Dr Lakshman Jha "Parimal"Author of the Year 2021

Inspirational

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Dr Lakshman Jha "Parimal"Author of the Year 2021

Inspirational

” व्यवहारिकता “

” व्यवहारिकता “

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नाचें अपने तालों पर

अहंकार के पर्वत पर बैठ जाएं,

लोगों को पहचानने में

आनाकानी करते रहें,


समाज के कर्तव्यों से

दूर -दूर आप रहें,

झूठी व्यवहारिकता का

स्वांग आप रचते रहें,


व्यंग्यों के वाणों से

दूसरे को आघात

आप करते रहें !


दूसरों की बात छोड़

अपनों से भेद – भाव

कितने दिन काम आएगा ?


सुखमय जीवन हमारा

गर्त में चला जाएगा !

आखिर कितने दिनों तक

संकीर्ण राहों पर चलते रहेंगे


थक हार करके आजन्म

तक फिर पछताते रहेंगे !

कार्य कोई नेक करें,

समाज का उत्थान करें,

साथ-साथ हम चलें,

संसार में कुछ नाम करें !


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