मेरा संघर्ष
मेरा संघर्ष
कुछ ऐसा मंज़र था ,तिल तिल कर जीना था ,
पानी में भी विष था ,फिर भी पीना था !!
उन हालातों की बात क्या बताऊँ क्या दिल पर बीत रही थी ,
नींद थी आँखो में गहरी फिर भी रात आँखो ही आँखों में बीत रही थी ,
कंदील जो दफ़न थी दिल में कही बन आँसु रीत रही थी ,
क़िस्मत का खेल कुछ ऐसा था हारकर भी वो मुझसे आज जीत रही थी ,
ज़िंदगी के लिए ज़रूरी था,मिले जो घाव उनको सीना था!
पानी में भी विष था फिर भी पीना था ।।
ज़िंदगी की इस बिसात पर इस तरफ़ शह उस तरफ़ मात खड़ी थी
लेने इम्तिहान ज़िंदगी ...आ सामने फिर से खड़ी थी
जीत हार के इस भँवर में फँसना ना मुझको मंज़ूर था
इरादों के फ़ौलादी ताक़त मेरी,हर इम्तिहान से बड़ी थी .....
संघर्षों का चुन रास्ता .मुझे हर हाल में जीतना था
पी कर दर्द का जाम ही सही मुझे इस जहाँ में जीना तो था
#positiveindia