उम्मीदें
उम्मीदें
बंद कमरे में रोशनदान, हैं उम्मीदें
अंधेरी रातों को दीपदान, हैं उम्मीदें
साँसों की बुझती लौ को
थाम ले जो वो रक्तदान, हैं उम्मीदें
थके-हारे पथिक की राहों में
बिछे हुए फूलों के गुच्छदान, हैं उम्मीदें
हार पे उठते सवालों के बीच
प्रयासों की कद्रदान, हैं उम्मीदें