हमारे पर्व हमारा विश्वास
हमारे पर्व हमारा विश्वास
हम सबको याद दिलाते हैं,
जब जब हमारे पर्व आते हैं,
सच्चाई की जीत होती है सदा,
हमको ये विश्वास दिलाते हैं।
.
झूठ चाहे कितना भी हो बलवान,
हार उसकी हर हाल में होती है,
सच की राह पर चलने वालों की,
जीत अवश्य ही इक दिन होती है।
जो ईमान धर्म से हमेशा चलते हैं,
बेशक वे अनेकों कष्टों को सहते हैं,
सोने की तरह ही तपकर लेकिन,
जीवन उनके ही तो निखरते हैं।
जो फर्ज़ की राह पर चलते हैं,
हरदम आगे ही बढ़ते रहते हैं,
छल कपट से कोसों दूर जो रहते हैं,
ईश्वर भी राज़ी उन्हीं पर रहते है।
इतिहास गवाह इस बात का है,
दुष्टों का हुआ हमेशा विनाश है,
सच पर चलने वालों का जग में,
हुआ सदैव ही जय जयकार है।