गणेश जी से विनती
गणेश जी से विनती
हाथ जोड़ के करते हैं, हम तेरा अभिनन्दन...
जनमोत्स्व की ढेरों बधाई, स्वीकार करो गौरीनन्दन...
शिव के तुम आँखों के तारे,माँ गौरा के राजदुलारे..
सब भक्तो के तुम हो प्यारे,सबके तुम हो विघ्नहारे..
हे गौरीनन्दन अपने भक्तों की गिनती में मुझे भी चुन लेना
बाँट निहारु कबसे तेरी मैं देवा पुकार मेरी सुन लेना
मुझ नादान को , चरणों का सेवक तुम रख लेना
करु दिन रात तेरी पूजा , मेरे सारे दुःख हर लेना।
न हो कभी अभियान मुझको , बस इतना ही देना।
ज्यादा की चाह नही मुझको , बस थोड़ा ही देंना ...
ख्वाहिशे है ढेरों , चाहती हूँ हर ख्वाब को बुन लेना
न कहु मैं फिर भी , तूम मेरे मन कि बात सुन लेना।
काम सभी के कर जाऊ , इतना मुझमे दम देना ...
दिल किसी का न दुखे , मेरी वाणी पे संयम देना ...
बस इतनी सी विनती है , तुम स्वीकार कर लेना ...
अपने इस सेवक की तुम,जीवन नैया पार कर देना...
