गुरु ज्ञाता गुरु निर्माता
गुरु ज्ञाता गुरु निर्माता
गुरु ज्ञाता, गुरु निर्माता
जीवन के हर पहलू से परिचय कराता
गुरु साक्षात् ईश्वरी रूप दिखाता
गुरु अक्षर ज्ञान कराता
गुरु ही धर्म संहिता पढ़ाता
गुरु ज्ञाता गुरु निर्माता...
गुरु की महिमा अपरंपार
ब्रह्मा विष्णु महेश भी करें जिसे प्रणाम,
त्रिदेव से भी ऊपर है गुरु का स्थान,
पकड़ चरण जिसने लिए,
वंदना जो गुरु की गान करें,
शीश नवाएं और सम्मान करें,
गुरु कृपा संग ईश्वरी स्नेह प्राप्त हुए,
गुरु ज्ञाता, गुरु निर्माता....
गात( शरीर)से सारे अंधकार दूर करें,
ज्ञान का प्रसाद दें, हाथ पकड़ कर,
ज्ञान की मशाल प्रज्वलित करें
हर अज्ञान के हर साए,
गुरु नीरस जीवन को ज्ञान का पुंज बनाएं,
गुरु ज्ञाता गुरु निर्माता....
सभ्य समाज की परिकल्पना को,
गुरु ही धरातलीय रूप का जामा पहनाएं,
सरस्वती का साधक बना,
लक्ष्मी के द्वार दिखाएं
रहे धरा पर जड़ समान,
ऊंचे वृक्ष शिशु समान शिष्य बनाएं,
ऐसी गुरु का वंदन क्यों ना हम गाएं,
गुरु ज्ञाता गुरु निर्माता....
दे दक्षिणा गुरु की,
पाये ज्ञान खजाने को,
गुणा इतना करते जाएं
भरते जाए उतने ज्ञान भंडार
गुरु ज्ञाता, गुरु निर्माता
गुरु चरणों की वंदना जो गाता
सरस्वती संग लक्ष्मी का भी आशीष पाता
गुरु ज्ञाता गुरु निर्माता....