प्यार का रिश्ता
प्यार का रिश्ता
निकले घर से मेहबूब ढूंढ़ने,
फ़िर भी सोचे हालत क्या है।
दिल दुःख से आगे बढ़ के,
प्यार का रिश्ता दुनिया जाने।
बात बन के रिश्ता प्यार से,
दौलत देखे पीछे हट गये।
हाल को देख के मतलब बात से,
सामने जा के पूछे दिल से।
हो गया रिश्ता दिल खुशी से,
पागल बन के आ गये पीछे।
शक्ल को देख के दर्द गए थोड़ा
फ़िर भी हो गया रिश्ता पक्का।
लोग देख कर हँस के निकले,
बन्दर जोड़ी मिल गई थोड़ी।
हम ने पूछा हालत क्या है?
जवाब निकला - मैं हूँ सुन्दर।