हाथ मेहनत से काले हुए हैं,
हाथ मेहनत से काले हुए हैं,
हाथों की चंद लकीरें,
गुलामी की तोड़ेगी जंजीरें।
हाथ मेहनत से काले हुए हैं,
सपने बड़े पाले हुए हैं।
गरीबी में भी सपने मत छोड़ो,
लक्ष्य को जीवन से जोड़ो।
हाथों की चंद लकीरें,
गुलामी की तोड़ेगी जंजीरें।
हाथ मेहनत से काले हुए हैं,
सपने बड़े पाले हुए हैं।
गरीबी में भी सपने मत छोड़ो,
लक्ष्य को जीवन से जोड़ो।