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Govardhan Bisen 'Gokul'

Children

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Govardhan Bisen 'Gokul'

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मोरी लाडकी पुतणी (पोवारी)

मोरी लाडकी पुतणी (पोवारी)

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भाऊ मोरो निलकंठ

अना  वहिनी  नेतन |

पोट  इनको जलमी

ताई   आमरी  रतन ||१||


मोठो कुटुंब आमरो

सब भया समाधानी |

होती  खुबच  सुंदर

जसी दिस परीवानी ||२||


मोरी लाडकी पुतणी

नाव  ठेयेव  मी ऊषा |

ताई  कव्हत  सप्पाई

दुयी घरकी वा आशा ||३||


ओम-प्रकाश   उमेश

जसा  राम   लक्षुमन |

दुयी  भाईको  रव्हसे

समाजमा   मानपान ||४||


बालपण    पासूनच

होता  हुशार  लक्षण |

एम ए   बी एड  वरी

भयो ताईको शिक्षण ||५||


लगी  ताईला नौकरी

दुर शाळामा शिक्षक |

ताई   संगमाच  रही 

माय   बनके  रक्षक ||६||


बीया  भयेव ताईको

भेट्या संतोष जवाई |

गुणी गणित शिक्षक 

सेत  ज्ञानमा  सवाई ||७||


सासु  सुसरो  करती 

मायबाप वानी लाळ |

दिवो  वंशको आयेव

बनशानी  युग  बाळ ||८||


जब  आठवीमा  होती  

ओकी विस्तारीत सोच |

लिखी  होतीस  ताईन्

स्वप्न   लेख   पयलोच ||९||


छंद  कविता  लेखन

अना  गीतको गायन |

कर    चिंतन   मनन

कथा कहाणी वाचन ||१०||


शिक्षणको   प्रवाहमा

टुरू  पोटूला  आनसे |

पालकला शिक्षणको

ताई  महत्त्व   सांगसे ||११||


होये  साहित्य  निर्मिती

तोरो   हात   निर्विवाद |

कृपा  वाग्देवीकी तोला

काकाजीको आशिर्वाद ||१२|| 


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