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Govardhan Bisen 'Gokul'

Abstract

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Govardhan Bisen 'Gokul'

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पट अंतसको खोलो

पट अंतसको खोलो

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सण सालको पह्यलो, 

सुर्य संक्रांतीको तत्व |

स्नान तिरको संग से, 

दान पुण्यला महत्व ||१||


होसे मकर राशीमा, 

अज सुर्यको प्रवेश |

मून मकर संक्रांत, 

मनावसे पुरो देश ||२||


सजं सुहागिन नार, 

तिर संक्रांतला जाण |

हर्दी कुकू संगमाच, 

बाटं खुशीसाती बाण ||३||


दिस रहीसे वऱ्याबी, 

तिर संक्रांतको रंग |

उड़ावन पतांगला, 

टुरू भयासेती दंग ||४||


आवो सब मिलकर, 

तिर संक्रांत मनावो |

लाड़ू तिर ना गुड़का, 

सब मिलकर खावो ||५||


तिर गुड़ लेवो अना, 

तुमी गोड़ गोड़ बोलो |

सोड़ो शत्रुभाव सब, 

पट अंतसको खोलो ||६||


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