मृदु नवनीत
मृदु नवनीत
सकल स्वभाव | मृदु नवनीत |
रिपु माने मीत | तोची साधु ||१||
अप्रिय टिकास्त्र | आणिक कौतुक |
पचवे साजुक | तोची संत ||२||
मनात वाईट | असे ज्यांचेसाठी |
तोची त्यांचेसाठी | शुभ चिंती ||३||
जरी थुंकतात | विकार ही मान्य |
तरी देते धान्य | वसुंधरा ||४||
बोलणे मधुर | चित्तही पावन |
गुणही भावन | ज्याचे अंगी ||५||
सज्जनाचा मन | नसतो विकृत |
वाणीत अमृत | झलकतो ||६||
ज्याचे अंगी असे | वरील लक्षण |
त्यांचे मोठेपण | जगी दिसे ||७||
असे जे सज्जन | गुणी गुरुतुल्य |
मान बहुमुल्य | समाजात ||८||
विठ्ठलास घाले | साकडे गोकुल |
असेच मृदुल | जन लाभो ||९||