वो पहली नज़र का प्यार -1
वो पहली नज़र का प्यार -1
बॉलीवुड फिल्मों में अक्सर पहली नज़र का प्यार बड़े ही खूबसूरत अंदाज़ में दर्शाया जाता है। पर असली जिंदगी में अगर पहली नज़र का प्यार हो जाए तो बात हो। आज की कहानी भी कुछ ऐसी ही है।
स्कूल में टूर्नामेंट की प्रैक्टिस हो रही थी। हमारे म्यूजिक टीचर ने म्यूजिक के गायन सिखनेवाले अपने परिचित को कुछ दिनों के लिए स्कूल बुलाया था। क्योंकि प्रतियोगिता में जीतने का जोश सभी में भरा पड़ा था, बस इसीलिए हमारे संगीत अध्यापक सभी प्रतियोगिताओं पर नज़र रखे हुए थे। एक के बाद एक, सभी ने सर के सामने अपना परफॉर्मेंस दिया। सर के साथ उनके परिचित मिस्टर राहुल वोकल परफॉर्मेंस पर अधिक ध्यान दे रहे थे।
सात - आठ परफॉमेंस हो जाने के बाद मेरी बारी थी। मैं एकल गीत की प्रतिभागी थी। बचपन से मां ने गाना सिखाया है मुझे, इसी कारण सुर संगीत का थोड़ा ज्ञान भी था। म्यूजिक टीचर ने ओके परफॉर्मेंस का इशारा दे दिया था। राहुल सर ने भी गाना अच्छा है, अच्छा गाती हो , ऐसा कहा था। मेरे जाने के बाद जैसे ही मैं मुड़ी, मुझे सुनाई दे रहा था, ये लड़की कहां से आती है, इसका घर कहां पर है। मुझे लगा, मैने अच्छा गाया होगा, बस इसी कारण शायद मिस्टर राहुल मेरे बारे में पूछ रहे होंगे। मगर मैं सही नहीं थी। यहां तो मसला ही और था। जनाब किसी पे अपना दिल हार बैठे थे, किसी संवारी सूरत पर अपना होश खो चुके थे। उनका दिल उनके सीने से निकल कर किसी और का पीछा करने लगा था। शायद ये ही मिस्टर राहुल का पहली नज़र का प्यार था।

