वक्त- वक्त की बात
वक्त- वक्त की बात
"देखिए विश्वास जी, आप को कहानी तो हमारे लिए लिखनी पड़ेगी .क्या लिखते हैं आप! भई वाह ।आप जैसा कहानीकार नहीं पढ़ा कभी ..और फिल्म इंडस्ट्री में तो आप की कहानी पर वर्दी हर फिल्म हिट साबित हो रही है ।" राजेश ने जैकेट की जेब से कुछ निकालते हुए कहा ।
"पर..।"
"पर वर कुछ नहीं, ये रखा है ब्लैंक चैक । आप के फोन का इन्तजार रहेगा ।"विश्वास की बात काट जबर्दस्ती उसके हाथ में चैक देते हुए राजेश जाने के लिए खड़ा हो गया ।
निर्माता चला गया ........उसे देख विश्वास को दो साल पहले का कुछ याद आ गया ।
" सिक्योरिटीssssss बाहर करो इसे, पता नहीं कहाँ- कहाँ से चले आते हैं । कहानियों की फाईल तो ऐसे उठा कर रखते हैं जैसे सारी हिट फिल्मों की कहानियाँ इन्हीं के पास हैं।"
उस वक्त बेइज्जती के जो घूँट उसे वक्त ने पिलाये थे, आज उनकी कीमत उसकी मुट्ठी में थी ।