वेश्या भाग 2
वेश्या भाग 2
पिछले भाग में आप ने पढ़ा कि मैडम रानी अपने मित्र अशोक के कहने पर अपनी दो लड़कियों नीतु और संगीता को उनकी पार्टी में भेजती हैं और संगीता सभी के लिए ड्रींक बना कर सर्व करती हैं जबकि नीतु अपनी बातो से सबका मन बहला रही थी अब आगे....।
नीतु - संगीता सभी को कुछ खाने को दो यार
संगीता - तू ही दे ना यार.... मुझे तो अशोक और विकास छोड़ ही नहीं रहे
नीतु - अच्छा जी.... मैं ही देती हूं
नीतु सभी को कुछ ना कुछ खाने को देती है सभी अपना अपना पैग लेते हैं
राजेश नीतु को अपनी गोद में ले लेता है नीतु भी प्यार से राजेश की गोद में झूम जाती है।
नीतु - प्यार करो यार....काटो मत
राजेश - सारी यार.... जल्द बाजी में काट लिया
संगीता - जल्द बाजी क्यों कर रहे हो, राजेश सारी रात अपनी है हम भी यही, आप भी यही, फिर नीतु तो हमारी बहुत नाज़ुक है।
नीतु - आपने कहीं जाना है क्या....हम प्यार के काबिल है जी, खाने के लिए नहीं....
राजेश - ठीक है जी.... प्यार ही करेंगे
फिर तीनों मिलकर दोनों लड़कियों को अपने अपने हिसाब से प्यार करते हैं और पुरी मस्ती करते हैं ड्रींक भी चल रही थी थोड़ी देर में खाना भी आ जाता है फिर सभी लोग खाना खाते हैं।
खाना खा कर सभी लोग कुछ देर बातें करते हैं नीतु सबसे ज्यादा बोल रही थी और सभी को हंसा भी रही थी सभी नीतु को बहुत पसंद कर रहे थे और संगीता बिल्कुल चुप थी वह तो बस सभी को अपनी आंखों से नशा दे रही थी।
सर्दी की रात थी सभी मित्र पार्टी का मजा ले रहे थे एक बार फिर प्यार का सिलसिला शुरू होता है सभी लोग वासना के आगोश में खो जाते हैं दोनों मजबूर लड़कियों को बारी बारी से रौंदा जा रहा था पता नहीं किस मजबूरी से दोनों वेश्या बनी थी और प्रति दिन बलात्कार झेल रही थी....।
दोनों ऊपर ऊपर से खूब हंस रही थी और उन तीनों को एन्जॉय करवा रही थी परन्तु अन्दर से बहुत मजबूर थी, यह उनका धंधा ही था कि परेशानी और मजबूरी में अपना जिस्म पराये लोगों को सौंप रही थी और शर्म हया एक खूंटी पर टांग दी थी ....।
पार्टी की शरद रात कब निकल गई तीनों मित्रों अशोक राजेश और विकास को तो पता ही नहीं चला परंतु नीतु और संगीता जानती है कि कैसे सारी रात उनका जिस्म रौंदा गया था।
क्रमशः
जारी है वेश्या...
पढ़ते रहिए
