शुरुआत में थोड़ी परेशानी होगी लेकिन धीरे धीरे सब एडजस्ट हो ही जायेगा। शुरुआत में थोड़ी परेशानी होगी लेकिन धीरे धीरे सब एडजस्ट हो ही जायेगा।
" असंभव है रवि ! असंभव है।" - दिव्या ने कहा। " असंभव है रवि ! असंभव है।" - दिव्या ने कहा।
दादा जी की सभी दकियानूसी बातें समझ आ रही थीं जो पहले सर के ऊपर से निकल जातीं थीं। दादा जी की सभी दकियानूसी बातें समझ आ रही थीं जो पहले सर के ऊपर से निकल जातीं थीं...
नीलिमा ने नीतू के चेहरे पर परेशानी के भाव देखकर उसके पास जाकर उसको झिंझाेड़ा ताे नीतू डर कर चीख पड़ी नीलिमा ने नीतू के चेहरे पर परेशानी के भाव देखकर उसके पास जाकर उसको झिंझाेड़ा ताे...
दोस्तों हालात चाहे जैसे भी हो जीवन में हमेशा हंसते मुस्कुराते रहिये और सच्चे दिल से आगे बढ़ते रहिये दोस्तों हालात चाहे जैसे भी हो जीवन में हमेशा हंसते मुस्कुराते रहिये और सच्चे दिल...
माँ अपना सामान समेटने लगी। माँ अपना सामान समेटने लगी।