वाशरूम
वाशरूम
महक ने जैसे ही अपना वाहटस् अप खोला तो अचानक ही रवि के इतने मैसेज देख कर वह चौंक गई। अभी उससे मिले सिर्फ पाँच ही मिनट तो हुए थे। उसने गली के कोने पर उसे छोड़ा था और वो अभी घर में घुसी ही थी। इधर माँ पूछ रही थी कि पेपर कैसा हुआ और उधर महक बिना कोई जवाब दिये सीधा सीढ़ी चढ़कर अपने कमरे में पहुँच गई। मैसेज में लिखा था , "अभी मिलने आओ ... अपने उसी स्थान पर , अब और नहीं रुका जा रहा। "
महक ने माँ को आवाज़ लगाई , " माँ पेपर बहुत अच्छा हुआ। मैं वाशरूम में हूँ .... खाना अभी नहीं खाऊँगी। रवि से मिलने की बेचैनी अब उसे कमज़ोर कर रही थी। महक ने धीरे - धीरे अपने सारे कपड़े उतारे , अपने हाथ में मोबाईल फ़ोन लिया और रवि को वीडियो कॉल मिला दी। समय के साथ अब प्रेमियों के मिलने का स्थान भी बदल चुका था।

