टिक-टाक वाला वीडियो....
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पहले जब वो मिलती थी नज़रें मिलाती थी और सारी रात मैसेंजर पे चैटिंग किया करती थी, अचानक से ना जाने उसको क्या हो गया, कि बात करना तो दूर
अब तो उसने अपना पुराना नम्बर भी बदल लिया। मगर आज भी मैं उसके साथ बनाया हुआ, टिक-टाक वाला वीडियो देखकर दिन गुजार लेता हूँ !
लाख कोशिशों के बाद खुद को संभाल लेता हूँ।
मैंने बहुत कोशिश कि व्हाट्सप्प, फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, म्यूजिकली, hike, हर जगह उसको ढूंढा, पर वो कही नहीं मिली। मैं सिर्फ उससे पूछना चाहता था, कि मेरा कसूर क्या था कम से कम मैं अपनी ग़लती का अहसास तो करता। उसके चले जाने के कितने दिनों तक मैं डिप्रेसन,अवसाद से
घिर गया था, जब भी किसी को किताबों में फूल रखते हुए देखता, उसकी ही याद आ जाती थी। ऐसा लगता जैसे वो सामने बैठी हो, उसके दिखने कि मुझे
बीमारी लग गई हो जैसे। आज भी जब बेचैनीयाँ बहुत बढ़ जाती हैं, तो मैं उसके साथ बनाया हुआ, टिक-टाक वाला वीडियो देखकर दिन गुजार लेता हूँ।
लाख कोशिशों के बाद खुद को संभाल लेता हूँ।
उससे मैं जब पहली बार बस स्टॉप पे मिला था, मुझे ऐसा लग रहा था, कि जैसे हमारा रिश्ता जन्मों -जन्मांतर का है। उसका सावला सा रंग, चेहरे पे स्माइल, सफ़ेद कलर वाला सूट, आगे से बाल थोड़ा झुका-झुका, तिरछी नज़रें मुझे देख रही थी, भीगे होठों पे हसीं थी, औऱ गाल का काला तिल मानो
जान ही ले ले। मैं अपने आप को नहीं रोक पाया अचानक से पूछ लिया कि टाइम क्या हो रहा है। उसने नज़रें झुका कर अपने हाथों कि घड़ी को देखा,
मगर घड़ी बंद थी, शर्म के मारे उसने मोबाइल में देखा औऱ बताया पौने दस बज रहे है। मैं तो उसकी मीठी आवाज़ सुनकर मन्त्रमुग्ध हो गया, कुछ समय तक तो मैं उसके होठों को ही देखता रह गया। आज भी जब महफ़िलों में खुद को तन्हा पाता हूँ , तो मैं उसके साथ बनाया हुआ, टिक-टाक वाला वीडियो देखकर दिन गुजार लेता हूँ। लाख कोशिशों के बाद खुद को संभाल लेता हूँ।
हमने कितनी कस्मे खायी, लाख वादे किये, कि हम जिंदगी में हमेशा साथ रहेंगे, कभी नहीं बिछड़ेंगे, उसकी सारी कस्मे, सारे वादे झूठे निकले। मगर आज भी दिल उससे बेशुमार मोहब्बत करता हैं, वो मेरी जिंदगी से तो जा चुकी थी, मगर मेरे ख्यालों से नहीं। आज भी सपनों में उसकी हूबहू तस्वीर नजर आती है, मानो जैसे वो नज़रें झुका कर मेरे सामने खड़ी हो! आज हमारी फ्रेंडशिप को तीन साल हो गए, उसका दिया हुआ वो तोहफ़ा आज भी मैं दिन में दो -चार बार देख लेता हूँ, कुछ पल तो उसकी कमी महसूस नहीं होती है।

