STORYMIRROR

Sangeeta Gupta

Comedy Classics

4  

Sangeeta Gupta

Comedy Classics

स्वयंवर बहूरानी

स्वयंवर बहूरानी

5 mins
294

बधाई हो आप सलेक्ट हो गई है...। आप में है हर वो गुण जो मैं अपनी बहु रानी में देखना चाहती हूँ.....फूल ऐटिटुड के साथ सुरीली जी नियति को कहती हैं..।।

सुरीली जी के मुँह से खुशखबरी सुनकर नियति का रिएक्शन कुछ इस तरह था " क्या..क्या...? सच में आँटी जी मैं आपके बेटे के लिए परफेक्ट बहु हूँ..मुझे तो विश्वास ही नहीं हो रहा....। ओह माय गॉड आइम सलेक्टेड....।

येस नियति , यू आर सलेक्टेड फॉर माइ सन....। यू आर द परफेक्ट चौवाइस फॉर माइ सन सो बधाई हो नियति...। अब जाओ घर और अपने पेरेंट्स को ये खुशखबरी दो और बैड बाजा बारात के लिए रेडी हो जाओ...। 

नियति खुशी खुशी जाने लगती है कि तभी सुरीली जी पीछे से कहती है " वेट ए मिनट नियति.....बोल्ड आवाज में सुरीली जी कहती है। 

नियति रुक जाती है और पीछे मुङते हुए कहती है " येस आँटी जी.....।

डोंट फॉर्गेट योर प्रोमिस.....अंडरस्टेंड....।

ओह शौयर आँटी जी...ई प्रोमिस.. ई विल नोट ब्रेक माय प्रोमिस.....। 

ओके नियति.....।

अरे अरे घबराइये नहीं...हम बताते हैं आखिर यहाँ हो क्या रहा है.....।

तो ये है " स्वयंवर बहू रानी....। " 

नहीं समझे.. तो आइये शुरू से शुरुआत करते हैं....। पर पहले हमारा परिचय तो सुनते जाइए....। हम है इस घर की बुआ " अरे लाजो बुआ " नाम भले मेरा लाजवंती है पर लाज शर्म तनिक भी नहीं है.....। खैर छोड़िए मेरे बारे में... नहीं तो आप कहेंगे कहाँ फंस गए आके.....?

"आए थे स्वयंवर का सैर करने और ये बुआ अपने लपेटे मे ले रही है.....,"। अच्छा चलिए अब नहीं पकाऊगी अपनी बोरिंग लाइफ के बारे में सुना कर......।

हम तो सुनाऐगें सन्न सन्नाटे वाली खबर जो शायद आपने कभी सुना भी नहीं होगा......। हाँ वहीं " स्वयंवर बहू रानी ".....। 

अरे चौंकिए मत " स्वयंवर " तो बहुत सुना होगा पर ये इंटरव्यू वाला स्वयंवर तो पहली बार सुन रहे हैं...। अरे भला ऐसा भी होता है आप कहेंगे....? 

तो मैं कहूँगी जी बिलकुल होता है..अब जमाना जो इतना खराब हो गया है तो होगा ही वर्ना आज कल की लड़कियां भगवान ही जाने...बस पति को लिया और बना लिया अपना अलग घरौंदा पर मेरी भाभी श्री लाखों मे है लाखों मे बेटे को यहाँ से वहाँ होने नहीं देंगी इसलिए तो इतने सारे प्रपंच रच रही है....। 

खैर आगे बढ़ते हैं...

ये स्वयंवर रचाया गया है मेरे हैंडसम, स्मार्ट , सुन्दर, सुशील , करोड़ों की तनख्वाह पाने वाले इकलौते भतीजे रियांस मल्होत्रा के लिए....। अखिर लाखों में है मेरा भतीजा और लाखों में है मेरी भाभी श्री.....। जो अब तक पचासों लड़कियाँ देख चुकी है पर परफेक्ट बहू रानी एक भी अब तक नहीं मिली और इसी परफेक्टनेस के भूत ने उन्हें ये सब करने पर मजबूर कर दिया....। 

आज तक समाज सेविका बनकर समाज को परफेक्ट बना रही थी और अब घर की बागडोर हाथ में लेकर अपने बेटे की जिंदगी को परफेक्ट बनाने की तैयारी कर रही है और इसमें सबसे अहम भूमिका होती है बेटे की पत्नी यानी बहू रानी की...और इन सब से भी ऊपर होता है सास बहू का रिश्ता इसलिए तो इसका नाम स्वयंवर बहू रानी है....। 

खैर पिछले पाँच घंटे से यहाँ यानी फाइव स्टार रिसॉर्ट में प्रश्न उत्तर काल चल रहा था पर अब तक कोई सलेक्ट नहीं हुआ था पर ऊपर वाले की मेहरबानी आखिर मेरी भाभी श्री को उनके टक्कर की बहू रानी मिल ही गई जो हर सवाल का जवाब बहुत उंदे तरीके से दिया है......।

तो चलिए सुनते हैं सवाल जवाब......।

भाभी श्री : तुम शादी क्यों करना चाहती हो और 

 मेरे बेटे से ही क्यों करना चाहती हो......? 

नियति : एक्चुली आंटी जी मेरी शादी की उम्र तो हो ही रही है और मम्मी पापा अच्छे लड़के की तलाश भी जारी कर चुके हैं इसलिए मैंने सोचा क्यों ना शादी कर ली जाए एंड सेकंड टिंग आपके बेटे के जैसा तो कोई हैं ही नहीं इस पूरे विश्व में ऐसा मेरा मनना है.....।

भाभी श्री : ओके....अच्छा अगले पाँच साल का प्लान बताओ क्या करना चाहोगी....? 

नियति : जी नेक्स्ट फाइव ईयर में मैं खुद को एक कामयाब लेडी की शिखर पर देखना चाहूँगी और अपने पति और परिवार के प्रति पूर्ण रूप से समर्पित होना चाहूँगी एंड ऑफ कोर्स आपको दादी बनने का सुनहरा अवसर भी देना चाहूँगी...। फुल कोंफिडेंस कें साथ नियति कहती है....।

भाभी श्री : गुड... हू इस योर इंप्रिरेशन...एंड वाॅय.....?

नियति : माइ इंप्रिरेशन इज " गोपी बहू , अक्षरा एंड और संस्कारी बहू इन एकता कपूर सिरियल...। " जैसा वो हर समय अपनी सासू माँ के बताये पद चिन्हों पर चलती है एंड हर बात अपनी सासू माँ से पूछ कर करती है बस मैं भी वैसी ही बहू बनना चाहूँगी....। 

भाभी श्री : वाॅव साउंड गुड...लास्ट कोइशचन....." ससुराल के प्रति तुम्हारे दायित्व क्या होंगे....." ? 

नियति : आपके और आपके बेटे के बीच कभी पहले नहीं आयेंगे......"। हमेशा आपके बाद मेरा नाम आएगा.....। अपने मायके को मायके में ही छोड़कर आऊंगी.....। वहाँ के लोग , वहाँ की बातों का कभी ससुराल में जिक्र नहीं करूंगी ....। 

भाभी श्री : अवशम....." योर आर सलेक्टेड फॉर माइ बहू रानी....."। 

नियति : थैंक्स यू आँटी....

भाभी श्री : थैंक्स यू के बाद नियति को घूरती है और कहती है " थैंक्स यू "? 

नियति : ओह सॉरी आँटी.....पाय लागू आंटी जी......"। कहकर नियति चली जाती है....। 

तो ये था स्वयंवर बहूरानी का एक नंबर इंटरव्यू...चलिए 

तो क्या समझे इस इंटरव्यू से....? नहीं समझे तो रुकिए मैं ही बता देती हूँ....सास तो सास पर बहू भी कुछ कम नहीं इसलिए तो नहले पर दहला मार कर चली गई......। 

अब मैं भी चलती हूँ वर्ना भाभी श्री को बुरा मान जाएंगी और कहेंगी " इतनी अच्छी बहू रानी मिली है और अब तक बधाई भी नहीं दी "....। 

और हाँ मैंने आप सभी से ये सब साझा किया इसकी खबर मेरी भाभी श्री तक नहीं पहुंचनी चाहिए वर्ना मेरा बोरियां बिस्तर बाँध कर बाहर का रास्ता दिखा देगी....। 

प्रिय पाठकों ये कहानी नहीं बल्कि भविष्य में होने वाली एक कल्पना है जो एक सीख है...। सास अपने अनुसार बहू को ढलना चाहती है और बहू अपने अनुसार.....और आजकल के टूटते रिश्तों को देखकर शायद भविष्य में यहीं करना पड़े.....। 

नोट : इस कहानी के माध्यम से आप लोगों के समक्ष सिर्फ अपने विचारों को रख रही हूं। ये रचना पूरी तरह से मेरी लिखी हुई है। आपको मेरी कहानी कैसी लगी जरूर बताइएगा और पसंद आएं तो लाइक कमेंट और शेयर करें। आप मुझे फॉलो भी कर सकते है। आपके कमेंट आपके सुझाव मेरे लिए बहुत मायने रखती है इसलिए दिल खोल कर सुझाव दे........


Rate this content
Log in

Similar hindi story from Comedy